chauthi duniya ki baat nirali ye khelane aaye dusiri paari netritva ki bagdor ek baar phir santosh bhartiya ne sambhali jagi hai nai ummeede ke ek baar phi aayegi patrikarita ki sajag paari
१६ वर्षों बाद भी चौथी दुनिया का पुन: प्रकाशन हिन्दी जगत् के लिए खुशी की बात है. थोड़े समय में ही ( १९८६-९२) चौथी दुनिया ने हिन्दी जगत में जो अपना पाठक परिवार बनाया था, आज भी वो बेसब्री से इसके प्रकाशन का इंतजार कर रहा है. पाठक चौथी दुनिया को कतई नही भूले हैं.
संतोष भारतीय जी के नेत्रत्व में चौथी दुनिया एक बार फिर खबरों के क्षेत्रा में तहलका मचाएगी और नये मुकाम हासिल करेगी.
१. उम्मीद है की चौथी दुनिया वाकई में चौथा स्तम्भ का वादा निभाएगा २. चौथी दुनिया निरीह, लचर, बेचार लोगों को ईंट और गारे की तरह से इस्तेमाल नहीं करेगा ३. चौथी दुनिया अगर हमारे मापदंडों पर खरा उतारे तो पूरी जिंदगी दे दूंगा. ४. पिचले पाच वर्षों का तो मुझे याद नहीं परन्तु कोशिश करूंगा की पत्रकारिता के साथ न्याय हो. ५. ईमान. ६. भारत की राजनीति राज की नीति ही रह गई है. ७. कुछ ठीक नहीं है. ८. जनरल. ९. हमारी ऐतिहासिकता को पत्रकारों ने नई परिभाषा दे दी. १०. १९७०.११.१५ (मऊ) उत्तर प्रदेश ११. लिखने का खेल मैं बचपन से ही खेलता आया हूँ.
..चौथी दुनिया और केवल चौथी दुनिया ..... बड़ा ही लोकप्रिय है ये चौथी दुनिया ... सबोके मन को भाता है ,सबके दिल को छूता है सबके हित की बात बेबाक उठाती है चौथी दुनिया ...... subhkamnao ke sath
chauthi duniya ki baat nirali
जवाब देंहटाएंye khelane aaye dusiri paari
netritva ki bagdor ek baar phir santosh bhartiya ne sambhali
jagi hai nai ummeede ke ek baar phi aayegi patrikarita ki sajag paari
priyanka mamgain
priyankamamgain15@gmail.com
१६ वर्षों बाद भी चौथी दुनिया का पुन: प्रकाशन हिन्दी जगत् के लिए खुशी की बात है.
जवाब देंहटाएंथोड़े समय में ही ( १९८६-९२) चौथी दुनिया ने हिन्दी जगत में जो अपना पाठक परिवार बनाया था, आज भी वो बेसब्री से इसके प्रकाशन का इंतजार कर रहा है. पाठक चौथी दुनिया को कतई नही भूले हैं.
संतोष भारतीय जी के नेत्रत्व में चौथी दुनिया एक बार फिर खबरों के क्षेत्रा में तहलका मचाएगी और नये मुकाम हासिल करेगी.
शुभकामनाओ सहित
संजय अवस्थी
१. उम्मीद है की चौथी दुनिया वाकई में चौथा स्तम्भ का वादा निभाएगा
जवाब देंहटाएं२. चौथी दुनिया निरीह, लचर, बेचार लोगों को ईंट और गारे की तरह से इस्तेमाल नहीं करेगा
३. चौथी दुनिया अगर हमारे मापदंडों पर खरा उतारे तो पूरी जिंदगी दे दूंगा.
४. पिचले पाच वर्षों का तो मुझे याद नहीं परन्तु कोशिश करूंगा की पत्रकारिता के साथ न्याय हो.
५. ईमान.
६. भारत की राजनीति राज की नीति ही रह गई है.
७. कुछ ठीक नहीं है.
८. जनरल.
९. हमारी ऐतिहासिकता को पत्रकारों ने नई परिभाषा दे दी.
१०. १९७०.११.१५ (मऊ) उत्तर प्रदेश
११. लिखने का खेल मैं बचपन से ही खेलता आया हूँ.
Sir apne hamare prashana ka jabab nahin diya
जवाब देंहटाएंmain intjar men hoon
चौथी दुनिया --शर्मसार करता एक 'जनवादी' अखबार
जवाब देंहटाएंhttp://u.nu/438s
..चौथी दुनिया और केवल चौथी दुनिया .....
जवाब देंहटाएंबड़ा ही लोकप्रिय है ये चौथी दुनिया ...
सबोके मन को भाता है ,सबके दिल को छूता है
सबके हित की बात बेबाक उठाती है चौथी दुनिया ......
subhkamnao ke sath
sunayna-putra "ravindra"