
खेलों की दुनिया में उत्थान के साथ-साथ पतन भी एक कड़वी सच्चाई है. जो खिलाड़ी एक पल सफलता के शिखर पर होता है, अगले ही पल उसकी सफलता का सिंहासन डगमगाने लगता है. यहां हम जिस सितारे की बात कर रहे हैं, उनका करियर तो बुलंदियों पर है, लेकिन निजी ज़िंदगी में आए भूचाल ने इनके करियर पर भी ग्रहण लगाना शुरू कर दिया है. हम जिस सितारे की बात कर रहे हैं, वह दुनिया के सबसे महंगे खेल गोल्फ के खिलाड़ी टाइगर वुड्स हैं.टाइगर वुड्स ने महज़ दो साल की उम्र में गोल्फ खेलना शुरू किया था और पिछले साल वुड्स ने अपने करियर का आख़िरी सबसे बड़ा ख़िताब यू एस ओपन जीता. इस दरम्यान वुड्स ने न जाने कितनी ख़िताबें अपने नाम कीं. यानी गोल्फ की दुनिया में वुड्स का डंका हर तऱफ बोला. वुड्स अभी

तक इतनी शोहरत हासिल कर चुके हैं कि हाल ही में उन्हें इस दशक का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी घोषित किया गया है, लेकिन टाइगर वुड्स रूपी इस खिलाड़ी की शोहरत रातोंरात आसमान की बुलंदियों पर नहीं पहुंची. पदक दर पदक, साल दर साल और इस खिलाड़ी का खेल के प्रति समर्पण ने ही वुड्स को टाइगर वुड्स बनाया. लेकिन इस खिलाड़ी को आसमां से ज़मीन तक आने में महज़ दो मिनट से भी कम व़क्त लगा. यह दो मिनट से भी कम का व़क्त वह है, जब वुड्स फ्लोरिडा के अपने आठ मिलियन डॉलर के घर से गाड़ी चलाते हुए बाहर निकले और अपनी गाड़ी का एक्सीडेंट कर बैठे. दुनिया में हादसों का होना कोई नई बात नहीं है.......
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